माननीय मुख्यमंत्री डा. श्री मोहन यादव जी म.प्र. शासन की मंशानुसार एवं पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार

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माननीय मुख्यमंत्री डा. श्री मोहन यादव जी म.प्र. शासन की मंशानुसार एवं पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम एवं इस विषय पर जनमानस में चेतना एवं संवेदनशीलता विकसित करने के लिए प्रदेश भर में दिनांक 25/12/2024 से सतत चलाए जा रहे विशेष कार्यक्रम “हम होंगे कामयाब” पखवाड़े के समापन कार्यक्रम के अंतर्गत आज दिनांक 10/12/2024 को सरस्वती शिशु मन्दिर बिलौजी,सिंगरौली में मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग म.प्र शासन एवं जिला सिंगरौली की प्रभारी मंत्री माननीया श्रीमती सम्पतिया उईके के विशिष्ट आतिथ्य़ तथा पुलिस अधीक्षक श्री मनीष खत्री एवं कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर शुक्ला,अति.पुलिस अधीक्षक श्री शिवकुमार वर्मा जिला सिंगरौली एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि विधायकगण श्री रामनिवास शाह सिंगरौली, श्री राजेन्द्र मेश्राम देवसर एवं अन्य जन प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अमले व विशाल जन समूह की उपस्थिति में आयोजित किया गया। अपने सारगर्भित उदबोधन में माननीय प्रभारी मंत्री ने बताया कि प्रदेश मे जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिये राज्य सरकार द्वारा हम होंगे कामयाब पखवाडा 15 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, तथा अन्य समस्त विभागो द्वारा किया गया है। बाल विवाह निषेध अधिनियम, महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराध, घरेलू हिंसा और कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के प्रति समाज मे जागरूकता फैलाना इसका मुख्य उददेश्य है। उल्लेखनीय है कि इस पखवाड़े के अन्तर्गत जिले में विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित किये गये जागरूकता कार्यक्रम के तहत महिला हेल्पलाईन 1090, चाईल्ड हेल्प लाईन 1098, डायल 100,सी.एमहेल्पलाईन 181, घरेलू हिंसा, पॉक्सों अधिनियम के साथ-साथ डिजिटल अरेस्ट, सायबर फ्रॉड, घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम (POSH ACT), कार्यस्थल में उत्पीड़न की शिकायतों के लिए SHe Box पोर्टल के उपयोग एवं इससे बचने के उपाय के संबंध में समुदाय के साथ-साथ बालक बालिकाओं को जागरूक किया गया। लिंग चयन आधारित गर्भपात और गिरते लिंग अनुपात की रोक थाम हेतु जिला के महाविद्यालयों में रैली, शपथ, चित्रकला, काव्यपाठ प्रतियोगिता, बैनर, पोस्टर, पंपलेट, लघु फिल्मों नुक्कड़ नाटक आदि माध्यमो से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जिले में लगातार किया जाकर शासन की मंशा का प्रभावी पालन एवं क्रियान्वयन कराया गया है। रूढ़िवादिता को चुनौती देने और पुरुषों की सकारात्मक सोच को बढावा देने हेतु सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न स्तर पर आयोजित किये गये। फ्रन्टलाईन कार्यकर्ता जैसे आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा शौर्या दल, वन स्टाप सेन्टर, उर्जा महिला डेस्क कर्मियों द्वारा जेन्डर आधारित संवेदीकरण कार्यक्रम किया गया इस पखवाड़े के अंतर्गत लगभग 450 कार्यक्रम आयोजित कर करीब 35 हजार लोगों को जागरूक किया गया है।उपरोक्त समस्याओं का समाधान केवल कानून से नहीं होगा, बल्कि हमें अपने समाज की सोच बदलने की जरूरत है। शिक्षा, जागरूकता, संवेदनशीलता और समानता का प्रसार करना होगा। तभी हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ महिलाओं, बच्चों और हर नागरिक को सुरक्षा, सम्मान और स्वतंत्रता मिल सके।