लगभग 8 वर्षों से मां काली के दर्शन करते हैं भक्त पूरी होती है मनोकामनाएं सरई के जमगड़ी में

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जानवी एक्सप्रेस न्यूज़

सरई/सिंगरौली। जिला मुख्यालय से महज 50 किलोमीटर दूर सरई थाना अंतर्गत जमगड़ी गांव में स्थानीय लोगों व भक्तों के अनुसार एक किशोरी के अंदर मां काली लगभग 8 वर्षों से प्रकट होती है और वह प्रतिदिन दोपहर में 12:00 बजे से 1:00 बजे के बीच प्रगट होती है और उस दौरान उन पर चढ़ाए हुए नारियल में से कभी सोने की मूर्ति तो कभी शिवजी की पिंडी तो किसी नारियल में अष्टधातु की मूर्तियां निकलती है । इन बातों को लेकर जब मां काली बनी किशोरी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब मां काली जब दोपहर 12 बजता है तो उन्हें कुछ भी याद नहीं रहता कि उनके साथ क्या हो रहा है और वे किस तरह का व्यवहार कर रही है।जैसा कि लोग बताते हैं की बड़ी भारी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं और उस दौरान आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है यह उन्हें उनके साथ लगभग 8 वर्ष पूर्व से हो रहा है वह नवरात्रि में बगैर अन्न जल के 9 दिन व्रत रहती है और कटीले बिस्तर पर सोती है उन्हें जब पहली बार उनके साथ ऐसी घटना हुई तो उन्हें अपने आप पूरा शरीर भारी महसूस हुआ और स्वयं कुछ चमत्कार दिखाई दिए किंतु बहुत ज्यादा उन्हें याद नहीं रहा ।भक्त और उनके परिजन द्वारा जो भी घटनाएं हुई बताया गया वहीं वे जानती हैं और इन्हें काले रंग के कपड़े अधिक प्रिय हैं इनका मां काली में विशेष श्रद्धा रहती है।यहां हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं लोगों के अनुसार उस दौरान उनसे जो भी मांगा जाता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है इस तरह मां काली के दर्शन करने को सैकड़ो की संख्या में प्रतिदिन लोग आते हैं अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है जब नारियल से शिवलिंग अथवा छोटी-छोटी अष्टधातुओं की मूर्तियां मिलती है इस कलयुग में भी मां के दर्शन लोगों को मिल रहे हैं सुनने में कितना आश्चर्य जनक है किंतु यहां के लोगों का यही मानना है।