सिंगरौली जिले ऊर्जाधानी कहे जाने वाली 2 दिन से बारिश से टूटे नदी पुल

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बीते 2 दिनों से लगातार हो रही वर्षा ने पीछे के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई जगह पेड़ गिरने की जानकारी मिली तो कई जगह नदी नाले उफान पर होने के कारण आवागमन बाधित होता दिख रहा है। मोरवा थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के समीप पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। यदि इस प्रकार से बारिश जारी रही तो इस मार्ग से होकर चितरंगी जाने वाले लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। कुछ ऐसा ही हल ग्राम खिरवा का है, जहाँ भी पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इसके अतिरिक्त गोरबी थाना क्षेत्र से ग्राम करेला होते हुए चितरंगी जाने वाले मार्ग पर भी बारिश का कहर बरपा है। यहां नदी नाले तूफान पर होने के कारण मार्ग में कटाव आ गया और आवागमन बाधित हो गया। चौकी प्रभारी गोरबी भिपेंद्र पाठक पुलिस बल के साथ लोगों को समझाइए देने में जुटे रहे। इसके अलावा गोरबी परिक्षेत्र में ग्रामीण अंचलों से लेकर मोरवा शहर तक में कई पेड़ धराशाही हो गए, जिसे काटकर आवागमन सुगम करने की कोशिश दिन भर जारी रही। इसके साथ ही भारी बरसात के कारण कई जगह शॉर्ट सर्किट के कारण विद्युत सप्लाई भी बाधित रही। एनसीएल कॉलोनी समेत मोरवा बाजार में दिनभर बिजली की आंख में चोली चलती रही।

अलर्ट मोड में जिला प्रशासन

भारी बारिश को दृष्टिगत रखते हुए सिंगरौली पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता गुप्ता ने सभी थाना एवं चौकी प्रभारी को अलर्ट मोड पर रखा है। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा गणेश विसर्जन एवं विश्वकर्मा पूजा के विसर्जन को लेकर लोगों को हिदायत दी जा रही है। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन द्वारा अनाउंसमेंट करवाकर भी लोगों को उफनती नदियों एवं पुलों के ऊपर बह रहे पानी को लेकर सतर्कता बरतने की हिदायत दिए जा रही है।

 

बारिश ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

इस साल बदरा रानी सिंगरौली जिले में विशेष कृपा बरसाए हुए है। बीते वर्ष 17 सितंबर तक सिंगरौली तहसील में 496.3 एमएम बरसात हुई थी जो इस वर्ष आज दिनांक तक 1020.4 एमएम रही। इसके अतिरिक्त देवसर तहसील में बीते वर्ष 17 सितंबर तक 616.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई वहीं आज दिनांक तक देवसर में 1309.1 मिलीमीटर वर्षा हो गई। इसी प्रकार चितरंगी में बीते वर्ष 698.8 एमएम की अपेक्षा इस वर्ष 1095.3 एमएम बारिश दर्ज की गई। सरई तहसील में 554.9 एमएम की जगह इस वर्ष 1078.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। वहीं माड़ा में 805.1 एमएम की जगह इस वर्ष 1203.8 एमएम वर्षा दर्ज की गई। जिले में औसतन इस वर्ष करीब दुगनी वर्षा हुई है। बीते वर्ष जहां 17 सितंबर तक 634.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी, वहीं इस वर्ष 1143.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।

 

ओबरा डैम के पांच फाटक खोले गए

मध्यप्रदेश सहित आसपास के क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण ओबरा बांध का अधिकतम जलस्तर 193.24 मीटर तक पहुंच जाने से मंगलवार की सुबह ओबरा बांध के पांच गेट खोल दिए गए। इस दौरान ओबरा बांध के गेट नंबर 7, 8 एवं 9 को 10 फीट और गेट नंबर 6 व 10 को 5 फीट तक खोला गया है।