सिंगरौली जिले के निवास अतिक्रमण से हुआ मुक्त

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जिला सिंगरौली भयंकर अतिक्रमण से जूझ रहे तहसील सरई के निवास, पापल ग्राम में उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जा तहसीलदार सरई चन्द्रशेखर मिश्रा राजस्व, पुलिस, पंचायत के दल बल के साथ मुख्य बाजार पहुंच गए।

ग्राम निवास में 87 तथा पापल के 76 अतिक्रमणकारियों ने निगरी सरई मुख्य मार्ग शासकीय सड़क एवं उसके किनारे अतिक्रमण किया गया था। जिनके विरुद्ध विधिवत धारा 248 म.प्र. भूराजस्व संहिता 1959 के तहत तहसील न्यायलय में प्रकरण दर्ज कर सुनवाई में लिया गया था। सभी के पक्ष समर्थन सुनने के बाद बेदखली का आदेश पारित किया गया। उक्त आदेश के परिपालन में सभी को अपना अतिक्रमण हटाए जाने हेतु नोटिस जारी की गई थी। परंतु अतिक्रमण करता होने नोटिस में सूचित होने के बाद भी सड़क के किनारे अपना अतिक्रमण बनाए रखा। स्थानीय जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत के सरपंचों के द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने हेतु अनुरोध किया गया था। उक्त अतिक्रमण को सोमवार को हटा दिया गया। अतिक्रमणकरियों में हड़कंप का माहौल था। कुछ ने खुद से तो कुछ पर बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई।अतिक्रमणकारियों की एक न चली। अंततः अतिक्रमण हटाना पड़ा।

विदित हो कि कुछ दिनों पूर्व ही निवास में रोड एक्सीडेंट में एक नवयुवक की मृत्यु हो गई थी। व्यापक अतिक्रमण के कारण गाड़ियों के आवागमन में बाधा उत्पन्न होतीथी। तहसीलदार सरई चन्द्रशेखर मिश्रा के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने की व्यापक कार्यवाही की गई। कार्यवाही के दौरान पुलिस की कमान निगरी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक विनय शुक्ला ने सम्हाली। नायब तहसीलदार देवकरण सिंह पूरी कार्यवाही के दौरान राजस्व की टीम के साथ आर आई मनफेर रावत के साथ पटवारी देवल सिंह, महिपाल सिंह, अनिल सिसोदिया मुस्तैद रहे। यह पहली बार है जब इतने व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही हुई है। विद्यालय परिसर, सार्वजनिक शौचालय, सड़क के दोनों ओर से अतिक्रमण को पूर्व पूर्णतया मुक्त करा दिया गया है।