सिंगरौली पुलिस का लगातार जारी है विशेष जागरुकता अभियान स्वयंसिद्धा, प्रशिक्षण देने अलग-अलग स्थान में पहुंच रही टीम

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शासकीय अनुसूचित जाति सीनियर/जूनियर कन्या छात्रावास पंजरेह एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (आवासीय) चितरंगी में आयोजित किया गया विशेष जागरुकता अभियान स्वयंसिद्धा

300 से अधिक छात्राओं को आत्म रक्षा के लिए किया गया प्रशिक्षित

पुलिस मुख्यालय की मंशानुसार पुलिस अधीक्षक सिंगरौली श्रीमती निवेदिता गुप्ता के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में शासकीय अनुसूचित जाति सीनियर/जूनियर कन्या छात्रावास पंजरेह एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (आवासीय) चितरंगी में आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वयंसिद्धा आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ मॉ सरस्वती जी का पूजन अर्चन एवं पुष्प अर्पण कर की गई। उप निरीक्षक श्री सुरेन्द्र यादव थाना प्रभारी चितरंगी, उप निरीक्षक उमेस कुमारी तिवारी, एवं पुलिस स्टाफ सहित अधीक्षिका श्रीमती नीलम मिश्रा शासकीय अनुसूचित जाति सीनियर/जूनियर कन्या छात्रावास पंजरेह, वार्डन/अधीक्षिका श्रीमती श्यामा पनिका कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (आवासीय) चितरंगी एवं सेल्फ डिफेंस टेक्निकल डायरेक्टर गणेश सिंह, खुशबू साकेत, अर्पिता विश्वास अपनी टीम सहित उपस्थित रहे। विद्यालय में उपस्थित लगभग 300 से अधिक छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया गया एवं नई-नई टेक्निक्स सिखाई गई।

सिंगरौली पुलिस द्वारा लगातार किया जा रहा है व्यापक प्रचार-प्रसार

सिंगरौली पुलिस के द्वारा विगत 01 माह में विभिन्न विद्यालयों एवं छात्रावासो में टीम सहित जाकर 3000 से अधिक बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिये प्रशिक्षण दिया जाकर प्रशिक्षित किया गया है। पुलिस के प्रयासों से छात्रों में जागरूकता और आत्मविश्वास पैदा हुआ है, जिससे वे भय और उत्पीड़न से मुक्त जीवन जी पा रहे हैं।

 

सामान्य पकड़ से बचने की तकनीकों का अभ्यास करें, जैसे कलाई पकड़ना, बाल पकड़ना, या भालू की तरह गले लगाना

कलाई पकड़ना – यदि कोई आपकी कलाई पकड़ता है, तो अपनी बांह को हमलावर के अंगूठे की ओर घुमाएं, अपनी बांह को विपरीत दिशा में मोड़ें, और अपनी कलाई को उनकी पकड़ से बाहर खींचें।

बाल पकड़ना अगर कोई आपके बाल पकड़ता है, तो दोनों हाथों से उसकी कलाई पकड़ें और उसे अपने सिर की ओर खींचें, साथ ही नीचे झुकें और अपने बालों को ज़मीन की ओर खींचें। इससे हमलावर अपना संतुलन खो देगा और अपनी पकड़ ढीली कर देगा।

भालू की तरह गले लगाना- अगर कोई आपको भालू की तरह गले लगाता हुआ पीछे से पकड़ता है, तो अपना वजन कम करें और अपने घुटनों को मोड़ें, साथ ही साथ अपनी बाहों को ऊपर उठाएं और फिर उन्हें तेज़ी से नीचे लाएँ ताकि आपके और हमलावर के बीच जगह बन जाए। फिर, हमलावर की तरफ मुड़ें और अपनी कोहनी या घुटने से उन पर वार करें।

आज के समय परिवेश में बालिकाओं एवं महिलाओं को स्वयं की सुरक्षा करने और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सशक्त बनाने की आवश्यकता है। जिसके लिये सिंगरौली पुलिस अग्रसर है और इसी दिशा में लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जाकर महिला सशक्तिकरण के चहुमुखी विकास की ओर कदम बढाये जा रहे है। मेरा मानना है कि आने वाले समय में सिंगरौली कि बालिकाए एवं महिलाये प्रत्येक क्षेत्र में आगे रहेगी – पुलिस अधीक्षक सिंगरौली