खिरमा एवं बिरकुनिया गौशाला में पहुच राज्य मंत्री ने किया विधि विधान से गोवर्धन पूजा

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गौ माता के बिना संसार की रचना अधूरी हैः- राज्यमंत्री श्रीमती राधा सिंह

प्राचीन काल से ही कृषि अर्थ व्यवस्था में गौवंशो का अहम योगदान रहा हैंः-कलेक्टर

सिंगरौली 2 नवम्बर 2024/मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड भोपाल द्वारा इस वर्ष को गौ रक्षा वर्ष रूप में मनाया जा रहा है। जिसके तारतम्य में सिंगरौली जिले के 28 गौशालाओं में गौवर्धन पूजा उत्सव पर्व मनाया गया । वही राज्य मंत्री मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह के मुख्य अतिथि में एवं कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर शुक्ला , जिला पंचायत के सीईओ गजेन्द्र सिंह नागेश, जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. रविन्द्र सिंह के गरिमामय उपस्थिति में विकास खण्ड चितरंगी के ग्राम पंचायत खिरमा तथा बिरकुनिया में स्थित गौशाला में पहुचकर विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उत्साह पूर्ण माहौल में गोवधर्नन पूजा किया गया। इसके उपरांत राज्य मंत्री एवं कलेक्टर ने गौ पूजन कर गायो को भोजन कराया तथा उनका आशिर्वाद लिया।

इस अवसर राज्यमंत्री ने यज्ञा शाला में हवन कर गोवर्धन की आरती उतारी। राज्यमंत्री ने गौ सेवाकों एवं महिला स्वा सहायता समूह की सदस्यों सहित उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा द्वारा इस वर्ष को गौ रंक्षा वर्ष के रूप में मनाया जा रहा हे। उन्होंने कहाकि गौमाता के बिना संसार की रचना अधूरी हे हमारा समाज तभी सुखी रहेगा जब गौमाता सुख में रहेगी। गौमाता सड़को में बेसहारा विचरण न करे यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी हैं।

राज्यमंत्री ने कहा कि गौमाता में देवी देवाताओ का वास होता हे। इनका गोबर और गौ मूत्र पूजन के कार्य में आता हे। गौमता पवित्रता की पराकाष्ठा है। प्रदेश सरकार के द्वारा गौ वंशो संरक्षण के लिए सभी विधान सभा क्षेत्रो में गौशालो का निर्माण कराया जा रहा हैं। ताकि वे बेसहारा नही रहे। आज के ही दिन गौ अवतरण हुआ था। गोवर्धन ही गौ माताओं का संरक्षण है हम सब अपने गौ वंशो को खुले में न छोड़े यह हमारी नैतिक एवं सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर शुक्ला गोवर्धन पूजा की शुभकामना देते हुये कहा कि हमारे देश में गौ सेवा की प्राचीन परंम्परा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के ऋषि मुनियों के आश्रमो में हमेशा गौमाता का वास रहा है। प्रचीन काल से ही गौ सेवा को सबसे बड़ा पुण्य का कार्य माना गया है क्योकि गौमाता में देवी देवता निवास करते है। साथ ही हमारा देश कृषि प्रधान देश होने के नाते हमारी कृषि व्यवस्था में गौवंशो का सबसे बड़ा योगदान रहा है। गौवंश हमारे कृषि अर्थव्यवस्था की सबसे बड़े वाहक रहे है। इसलिए हम सब का कर्तव्य बनता हैं कि आज के इस अधुनिक समय में हम गौमाता एवं गौवंशो की रंक्षा में अपना योगदान दें।

कलेक्टर श्री शुक्ला के बताया कि प्रदेश सरकार गौवंश संरक्षण के लिए अनेक कार्य कर रही है। जिनमें गौशाला निर्माण, गौवंशो के भोजन के लिए सरकार द्वारा प्रति गौंवश पहले से निर्धारित 20 रूपये की राशि को बड़ाकर अब 40 रूपये कर दिया गयां है। कलेक्टर ने बताया कि सिंगरौली जिले में संचालित 28 गौशालाओ के माध्यम से लगभग 4 हजार गौवंशो का संरक्षण किया जा रहा हैं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी के उद्बोधन को लाईन टेलीकास्ट के माध्यम से देखा एवं सुना गया।कार्यक्रम के दौरान गौ सेवको का शाल श्रीफल देकर सम्मान किया गया।इस अवसर तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह, पशु चिकित्सक डॉ. सुमंत बर्मा, डीपीएम मंगलेश्वर सिंह, वरिष्ट समाजसेवी सुरेन्द्र सिंह बैस, चन्द्रिका बैस, प्रद्युम्न सिंह बैस,श्रवण सिंह बैस, रामजी गुर्जर, शारदा शर्मा, अरूण पाण्डेय, पप्पू यादव, सरपंच बुद्धमान सिंह, हरिकृश्ण बैस, महेन्द्र बैस, जीतेन्द्र बैस सहित गौ सेवक, महिला स्वा सहायता समूह की सदस्य आम जन उपस्थित रहे। न्यूज क्रमांक 11/3