नई दिल्ली: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की तरफ से अकाउंटिंग स्टैंडर्ड डे के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम में वे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (सीए) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. सीए देश के आर्थिक डॉक्टर हैं और उनके सहयोग के बिना किसी भी वित्तीय व्यवस्था को स्वस्थ नहीं बनाया जा सकता.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली और देश के विकास के लिए कर (टैक्स) ही सरकार की आय का सबसे बड़ा और एकमात्र स्रोत हैं. सरकार को दिल्ली का विकास शून्य से शुरू करते हुए यहां की स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत ढांचे में व्यापक सुधार करना है. इसके लिए एक मजबूत राजस्व आधार बहुत आवश्यक है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिल्ली सरकार की चिंता के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में विवादों और अन्य कारणों से दिल्ली सरकार का 80,000 करोड़ रुपये का जीएसटी बकाया लंबित है, जिसे हल करने की जरूरत है.
नई दिल्ली: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की तरफ से अकाउंटिंग स्टैंडर्ड डे के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम में वे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (सीए) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. सीए देश के आर्थिक डॉक्टर हैं और उनके सहयोग के बिना किसी भी वित्तीय व्यवस्था को स्वस्थ नहीं बनाया जा सकता.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली और देश के विकास के लिए कर (टैक्स) ही सरकार की आय का सबसे बड़ा और एकमात्र स्रोत हैं. सरकार को दिल्ली का विकास शून्य से शुरू करते हुए यहां की स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत ढांचे में व्यापक सुधार करना है. इसके लिए एक मजबूत राजस्व आधार बहुत आवश्यक है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिल्ली सरकार की चिंता के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में विवादों और अन्य कारणों से दिल्ली सरकार का 80,000 करोड़ रुपये का जीएसटी बकाया लंबित है, जिसे हल करने की जरूरत है.
इसके साथ ही उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली को फेसलेस पारदर्शी बनाने पर भी जोर दिया. उन्होंने बताया कि जीएसटी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अगर व्यवसायी पहले से ही अदालत में पेश हो रहे हैं तो उन्हें अपने कार्यालयों में न बुलाया जाए. प्रणाली को फेसलेस बनाएं. उन्होंने कर विवादों को सुलझाने और आर्थिक वृद्धि में योगदान देने के लिए सनदी लेखाकारों (सीए) की तारीफ की और लंबित जीएसटी बकाया का जिक्र करते हुए कहा कि केवल सीए कम्यूनिटी ही इन मुद्दों को सुलझाने में मदद कर सकता है.
नई तकनीकों का इस्तेमाल कर अच्छा कर रहे भारतीय सीए: चरणजोत नंदा
कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में आईसीएआई के अध्यक्ष चरणजोत सिंह नंदा ने टेक्नोलॉजीे के युग में चार्टर्ड अकाउंटेंट की उभरती भूमिका पर जोर दिया और कहा कि चाहे वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो, ब्लॉकचेन हो, इंटरनेट ऑफ थिंग्स हो, डेटा एनालिटिक्स हो, साइबर सुरक्षा हो या सिस्टम ऑडिट हो भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट न केवल अच्छा कर रहे हैं, बल्कि वे नेतृत्व भी कर रहे हैं. जीएसटी और आयकर अनुपालन बढ़ाने से लेकर फोरेंसिक और रिमोट ऑडिटिंग में अग्रणी वैश्विक पहलों तक, आईसीएआई के पेशेवरों को उनकी विश्वसनीयता, दृढ़ता और ईमानदारी के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है. आईसीएआई दिल्ली में सरकार के साथ साझेदारी करने और विभिन्न मामलों पर तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए उत्सुक है. लेखा मानक बोर्ड के अध्यक्ष सीए संजीव कुमार सिंघल ने कहा कि मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन और आर्थिक विकास की आधारशिला अच्छी वित्तीय रिपोर्टिंग है. इस कार्यक्रम में देश भर से 1500 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया और सभी पैनल चर्चाओं को उपस्थित लोगों से भारी प्रतिक्रिया मिली।