राममिलन जायसवाल कीखस रिपोर्ट
नस्ल सुधार के साथ गांवों में होगा दुग्ध उत्पादन में वृद्धि, सिंगरौली जिले के 14 गांवों के पशुपालक होंगे लाभान्वित
सिंगरौली, दिसंबर 24, 2024: अदाणी फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण पशुपालकों को लाभकारी स्वरोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से पशुधन विकास कार्यक्रमों की शुरुआत की गयी है। इसके अंतर्गत बाइफ संस्था के साथ मिलकर सरई तहसील अंतर्गत धिरौली गांव में पशुधन विकास केन्द्र के माध्यम से सिंगरौली जिले के 14 गांवों के पशुपालक लाभान्वित होंगे। चयनयित गांवों में धिरौली, फाटपानी, भलया टोला, खनुआ खास, खनुआ नया, जट्ठा टोला, झलरी, आमडांड, अमरई खोह, बजौड़ी, सिरसवाह, मझौलीपाठ, बेलवार एवं डोंगरी शामिल है।
एकीकृत पशुधन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत उन्नत नस्ल सुधार हेतु कृत्रिम गर्भाधान एवं पशुओं के उत्तम स्वास्थ के लिए टीकाकरण, पशुओं के आहार प्रबंधन एवं उत्तम गुणवत्ता का हरे चारे की व्यवस्था एवं उसका प्रबंधन जैसे जानकारी चयनित महिला पशुपालक एवं प्रगतिशील किसानों के साथ मीटिंग एवं प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जा जाती है। सभी चयनित ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन का सहयोगी संस्था बाइफ के कर्मचारियों द्वारा पशु बांझपन निवारण एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है एवं पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक उपचार एवं पशुपालकों को तकनीकी सुझाव दिए जाते हैं।
गौरतलब है कि अब तक पशुधन विकास के लिए आयोजित 30 विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कुल 1134 पशुओं का उपचार किया गया है जबकि पीपीआर वैक्सीन से 1400 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। इन कार्यक्रमों में बांझपन निवारण के लिए 51 पशुओं का उपचार किया एवं सॉर्टेड सीमेन के जरिये सफलतापूर्वक 40 गाय, भैंस एवं बकरी का कृत्रिम गर्भादान करवाया गया।
सोमवार को पशुपालकों के लिए आयोजित शिविर में ग्राम भलया टोला के सरपंच गोविन्द प्रसाद वैश्य, उप-सरपंच अनूप सोनी, अदाणी फाउंडेशन की ओर से केदार नाथ शर्मा, सहयोगी संस्था बाइफ की टीम के साथ काफी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया। उल्लेखनीय है कि गौ समृद्धि परियोजना के तहत चल रही इन गतिविधियों से ग्रामीण जनों एवं महिला पशुपालकों और प्रगतिशील किसानों में काफी जागरूकता एवं पशुपालन के क्षेत्र में रुचि बढ़ती हुई देखी जा रही है।
कृत्रिम गर्भाधान से पैदा होने वाली गायों की दूध देने की क्षमता में वृद्धि होगी तथा किसानों की आय में वृद्धि होगी, साथ ही कार्यक्रम के अंतर्गत पैदा होने वाली अधिक दूध देने वाली मादा बछड़ियाँ भविष्य में किसानों के लिए एक परिसंपत्ति होंगी। अदाणी फाउंडेशन द्वारा गौ समृद्धि परियोजना अंतर्गत आयोजित इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य पशु चिकित्सा विभाग की टीम के साथ मिलकर निःशुल्क पशु स्वास्थ्य शिविर लगाने एवं ग्रामीण स्तर पर हीं पशुओं के सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जांच के उपरान्त उपचार प्रदान करना है। इसके साथ ही कृत्रिम रूप से गर्भाधान, पशु टीकाकरण, दुग्ध उत्पादन एवं पशु प्रबंधन के प्रति पशुपालकों को जागरूक बनाकर उनकी क्षमताओं का विकास करना है, जिससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के साथ कृषकों और पशुपालकों की आय में भी बढ़ोतरी संभव हो सके।