• 8 गाँव के 25 उम्मीदवार को करायी जाएगी माइनिंग सरदार दक्षता प्रमाण पत्र परीक्षा की तैयारी
सिंगरौली, मई 1, 2025: जिले के सरई तहसील अंतर्गत आंध्रप्रदेश मिनरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एपीएमडीसी) की सुलियरी कोयला खदान में एक वैधानिक पद माइनिंग सरदार प्रमाण पत्र दक्षता परीक्षा की तैयारी के लिए ‘प्रगति’ परियोजना के तीसरे बैच का शुभारम्भ बुधवार को किया गया। खदान क्षेत्र के प्रभावित गांवों के सक्षम उम्मीदवारों के लिए इस निःशुल्क माइनिंग सरदार प्रशिक्षण का संचालन सुलियारी के टाउनशिप में स्थित एमएफए बिल्डिंग में किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में आमडांड, बेलवार, डोंगरी, झलरी, खनुआ नया टोला और मझौली पाठ इत्यादि सहित आठ गांवों के कक्षा 12 वी पास कर चुके कुल 25 सक्षम उम्मीदवारों का चयन किया गया है। इन्हें कुशल प्रशिक्षक के नेतृत्व में इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए जिम्मेदारी पूर्वक तैयारी की शुरुआत की गयी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक वैधानिक नियोक्ता के रूप में परियोजना प्रभावित गांवों के सक्षम युवाओं को कोयला खनन उद्योग से जोड़ने के लिए जरूरी व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उनमें कार्यकुशलता तथा जिम्मेदारी के स्तर को बढ़ाना है।
प्रोजेक्ट ‘प्रगति-lll’ के उद्घाटन समारोह में अदाणी कौशल शिक्षा के सीईओ श्री रॉबिन भौमिक ने ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में उपस्थिति दी। इसके साथ ही एपीएमडीसी के खान प्रबंधक श्री रूप नारायण चतुर्वेदी, सिंगरौली खदान के चीफ ऑफ़ क्लस्टर कर्नल केहर सिंह, महाप्रबंधक तकनीकी प्रशिक्षण, श्री रवि रेमी, क्लस्टर एचआर हेड श्री विकास सिंह, रांची के प्रशिक्षक श्री बिजय किशोर और कौशल और शिक्षा के सहायक प्रबंधक श्री स्नेहाद्री दासगुप्ता मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई।
अपने शुभेच्छा सन्देश में सीईओ श्री रॉबिन भौमिक ने कहा कि, “अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा सुलियारी खदान क्षेत्र में आज युवाओं के लिए माइनिंग सरदार के दक्षता प्रमाण पत्र परीक्षा के लिए परियोजना के तीसरे बैच का शुभारम्भ किया जा रहा है। आज देश में कई तरह के खदान संचालित हैं लेकिन आज भी माइनिंग सरदार की कमी है। हमारा यह केंद्र युवाओं में तकनीकी कौशल विकास के लिए निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा। इसके लिए मैँ सभी उम्मीदवारों हार्दिक शुभकामनाएं देता हुँ।“
सिंगरौली के चीफ ऑफ़ क्लस्टर कर्नल केहर सिंह ने कहा कि, “सुलियरी परियोजना से प्रभावित गांवों में समावेशी विकासात्मक प्रक्रियाओं को चलाया जा रहा है। डीजीएमएस द्वारा कोयला खदानों में एक वैधानिक पद के लिए आयोजित माइनिंग सरदार प्रमाण पत्र की दक्षता परीक्षा की तैयारी के लिए आज हमने ‘प्रगति’ परियोजना के तीसरे बैच से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है, जिससे इस खदान में कार्यरत प्रोजेक्ट प्रभावित कर्मचारियों को परीक्षा की बारीकियों को समझाया जायेगा। वहीं सक्षम उम्मीदवारों को इस इम्तिहान को पास करके अन्य खदानों में वैधानिक पदों पर नियुक्ति मिल सकती है।”
कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षक व फैसिलिटेटर श्री बिजय किशोर ने प्रशिक्षण पद्धति तथा अन्य दिशानिर्देशों की जानकारी दी एवं प्रशिक्षणार्थियों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने बताया कि, खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस), धनबाद द्वारा कोयला खदानों में माइनिंग सरदार पद के लिए हर साल दिसम्बर माह में दक्षता प्रमाण पत्र की परीक्षा आयोजित की जाती है। यह पद किसी भी कोयला खनन कंपनी में बहुत ही महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी वाला होता है। साथ ही इस इम्तिहान में सफल होने से कर्मचारियों के वेतन और तरक्की की संभावनाएं बेहतर हो जाती हैं।
इस दौरान उपस्थित प्रतिभागियों में झलरी गांव के राम नारायण प्रजापति ने कहा कि, “मैं सुलियरी खदान में पिछले दो सालों से कार्यरत हूं। मुझे पता लगा कि अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा राष्ट्रीय स्तर की माइनिंग सरदार प्रमाण पत्र की परीक्षा के लिए निःशुल्क तैयारी करायी जाएगी। मैंने नौकरी के बेहतर अवसर के लिए इस विशेष परीक्षा की तैयारी हेतु प्रवेश लिया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यहां के विशेषज्ञ प्रशिक्षक की सहायता से भविष्य में मुझे भी इस परीक्षा में सफलता मिलेगी।“ ग्राम खनुआ के आश्विन कुमार प्रजापति ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुरू होने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और इसे अपने उन्नत भविष्य की चाबी करार दिया।
“सुलियरी खदान में कार्य कर रहा हूँ और माइनिंग सरदार दक्षता प्रमाण पत्र के लिए यहां नामांकन लेकर मुझमें आत्मविश्वास बढ़ा है एवं भरोसा है कि इस परीक्षा में मुझे कामयाबी मिलेगी, जिससे मेरा भविष्य उज्जवल होगा।” ग्राम बेलवार के व्यास नारायण साह ने कहा।
अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा सरगुजा में दो वर्ष पूर्व माइनिंग सरदार दक्षता प्रमाण पत्र परीक्षा की तैयारी के लिए प्रोजेक्ट ‘प्रगति’ का शुभारंभ किया था। जिसके तहत अब तक कुल आठ लोग माइनिंग सरदार की दक्षता परीक्षा में सफल हो कर एक वैधानिक पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा संचालित सुलियारी कोयला खदान एपीएमडीसी की खदान है जो एक जिम्मेदार खनिक के अंतर्गत समुदायों एवं कर्मचारियों को बेहतर और उज्ज्वल भविष्य उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयत्नशील है। खदान को चलाने के लिए माइनिंग सरदार की मौजूदगी ज़रूरी है। भारत सरकार द्वारा 100 से ज़्यादा कोयला ब्लॉकों की नीलामी के साथ-साथ लौह अयस्क, बॉक्साइट और चूना पत्थर के बढ़ते खनन के कारण माइनिंग सरदार की मांग पहले से कहीं ज़्यादा बढ़ गई है। यह उल्लेखनीय है कि एपीएमडीसी ने स्पर्धात्मक बोली के द्वारा अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज को खदान के विकास और संचालन के लिए नियुक्त किया है जिसने स्थानीय युवाओं के सशक्तिकरण और अच्छे भविष्य के लिए यह अनूठा प्रयास शुरू किया है। अदाणी कौशल शिक्षा के उत्कृष्ट योगदान से, इस परियोजना ने स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।